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सोमवार, 12 अक्तूबर 2020

What is UPSC full form in hindi me janiye

What is UPSC full form in hindi me janiye|UPSC Full form in Hindi

संघ लोक सेवा आयोग भारतीय संविधान द्वारा स्थापित संविधान का ही एक महत्वपूर्ण अंग है। जिसे छोटे नाम UPSC के नाम से जानते हैं, जिसका संपूर्ण रुप अंग्रेजी में होता है:-

  • U- Union (संघ)
  • P- Public (लोक)
  • S- Service (सेवा)
  • C- Commission (आयोग)

UPSC Full Form hindi me 

अब आप जान ही गए होंगे कि उपयुक्त शब्दों का हिंदी रूपांतर ही संघ लोक सेवा आयोग है। थोड़ा और खुलकर जानते हैं संघ से अभिप्राय तो आपको पता ही होगा? 

अगर नहीं! तो जान लें! UPSC- United public Service Commission अर्थात संघ लोक सेवा आयोग एक समुदाय दल या हिंदी में कहें तो 'ग्रुप'🤔‌। लोक से लोग, सेवा का मतलब भी सब जानते ही हैं‌। आयोग से मतलब है किसी निश्चित कार्य को करने या करवाने के लिए या कहे किसी कार्य की जांच पड़ताल हेतु बनाया गया विशेषज्ञों का दल। इसे ही हम शोर्ट में  UPSC और हिंदी में संघ लोक सेवा आयोग कहते हैं।

 UPSC संघ लोक सेवा आयोग का इतिहास क्या है?

स्वतंत्रता प्राप्ति से पहले लोक सेवा आयोग की परीक्षा इंग्लैंड में हुआ करती थी। स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान राष्ट्र वादियों की मांगों में से यह भी एक प्रमुख मांग थी कि लोक सेवा आयोग की परीक्षा इंग्लैंड की बजाए भारत में हो।

UPSC- स्थापना संघ लोक सेवा आयोग की 

पहले लोक सेवा आयोग की स्थापना अक्टूबर 1926 को हुई। भारत की स्वतंत्रता के पश्चात संविधान के प्रावधानों के अंतर्गत 26 अक्टूबर 1950 को लोक सेवा आयोग की स्थापना हुई जिसमें संवैधानिक दर्जे के साथ-साथ इसे स्वायत्तता अर्थात स्वाधीनता (Autonomy) भी प्रदान की गई ताकि आयोग बिना किसी दबाव के योग्य उम्मीदवारों की नियुक्ति कर सके। साथ ही साथ इस नए स्थापित किए लोक सेवा आयोग को 'संघ लोक सेवा आयोग' का नाम दिया गया। स्वतंत्रता के बाद, संविधान सभा ने अनुभव किया कि सिविल सेवाओं में निष्पक्ष भर्ती सुनिश्चित करने के साथ ही सेवा हितों की रक्षा के लिए एवं संघीय एवं प्रांतीय, दोनों स्तरों पर लोक सेवा आयोगों  को एक मजबूत और स्वाधीनता या स्वायत्तता (Autonomy) स्थिति प्रदान करने की आवश्यकता महसूस की गई।

भारतीय संविधान में भी भाग-14 के अंतर्गत अनुच्छेद 315-323 में एक संघीय लोक सेवा आयोग और राज्यों के लिए राज्य लोक सेवा आयोग के गठन का प्रावधान या कहें व्यवस्था है।

UPSC के सदस्यों की नियुक्ति संबंधी जानकारी-

संघ लोक सेवा आयोग के सदस्यों की नियुक्ति भारत की राष्ट्रपति करते हैं आयोग में कम से कम आधे सदस्य एक सार्वजनिक सेवा के सदस्य (कामकाजी या सेवानिवृत्त) होते हैं, जिनके पास न्यूनतम दश (10) वर्ष का अनुभव होता है।

UPSC आयोग में सेवा देने वालों का  कार्यकाल छः (6) वर्षों का या आयु 65 वर्ष की हो जाने तक होता है। या जो भी पहले हो। साधारण भाषा में समझे तो कार्यकाल 6 वर्ष का हो चुका हो और 65 वर्ष आयु नहीं हुई है तो भी और अगर 65 वर्ष के हो चुके हैं और कार्यकाल 6 वर्ष नहीं हुआ है तो भी कार्यकाल पूरा माना जाएगा। यह कभी भी इस्तीफा राष्ट्रपति को सौंप सकते हैं। और राष्ट्रपति इन्हें बर्खास्त भी कर सकते हैं, पद की अवमानना या अवैध कार्य में लिप्त होने पर।

UPSC संघ लोक सेवा आयोग के कार्य

UPSC का मुख्य कार्य विभिन्न परीक्षाओं का संचालन करना है। संघ लोक सेवा आयोग का प्रमुख कार्य है कि ऐसे लोगों का चयन करना जो चयनित होने के पश्चात अपनी लोक सेवा केंद्र व राज्यों में दें यह चैन यूं ही नहीं हो पाता इसके लिए UPSC विभिन्न परीक्षाओं का संचालन करता है, उसी आधार पर चयनित उम्मीदवारों को राज्यों में आवंटित कर लोक सेवाओं के लिए तैनात किया जाता है। उन्हीं परीक्षाओं में से कुछ प्रमुख परीक्षाएं निम्नलिखित है।


UPSC द्वारा आयोजित कुछ प्रमुख परीक्षाएं क्या हैं?

  • सिविल सेवा परीक्षा
  • भारतीय वन सेवा परीक्षा जिसे हम IFS के नाम से जानते हैं, जिसका पूरा नाम Indian Forest Service है।
  • भारतीय इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा
  • भू-विज्ञानी परीक्षा
  • स्पेशल क्लास रेलवे अप्रेंटिस परीक्षा
  • राष्ट्रीय रक्षा अकादमी और नौसेना परीक्षा
  • सामुहिक (सम्मिलित) रक्षा सेवा परीक्षा 
  • सामुहिक (सम्मिलित) चिकित्सा सेवा परीक्षा
  • भारतीय अर्थ सेवा/भारतीय सांख्यिकी सेवा परीक्षा
  • अनुभाग अधिकारी/आशुलिपिक (Stenographer) (ग्रेड ख/ग्रेड1) समिति विभागीय प्रतियोगिता परीक्षा

परीक्षाओं के साथ ही साथ UPSC (संघ लोक सेवा आयोग) अतिरिक्त राज्य लोक सेवा के अधिकारियों को संघ लोक सेवा से अधिकारी के रूप में भर्ती करना, इसके अतिरिक्त राज्य लोक सेवा के अधिकारियों को संघ लोक सेवा से अधिकारी के रूप में भर्ती करना, नियुक्ति के नियम बनाना, विभागीय पदोन्नति समितियों का आयोजन करना, भारत के राष्ट्रपति द्वारा निर्दिष्ट और सांकेतिक कोई अन्य मामला सुलझाना इत्यादि इसके प्रमुख कार्य हैं।

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यह थी UPSC के बारे में संक्षिप्त रूप में जानकारी, उम्मीद है यह आपको रुचिकर लगी होगी और कुछ हद तक आपके ज्ञान में बढ़ोत्तरी हुई होगी। धन्यवाद...।



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