Bima kya hai Qualities banifits and history of insurance
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बीमा किसे कहते या Bima kya hai, बीमा के प्रकार, बीमा की विशेषताएं, बीमा क्यों आवश्यक है आदि कई प्रश्नों के उत्तर आपको देने के लिए इस पोस्ट की रचना की जा रही है।
बीमा से क्या तात्पर्य है? बीमा कैसे काम करता है? बीमा के लाभ क्या हैं? बीमा के प्रकार आदि कई उलझने दूर हो जाएंगी आपकी इस सरल भाषा में बताई गई पोस्ट से। क्योंकि मैंने कई बार इंटरनेट पर इन प्रश्नों का उत्तर खोजने की चेष्टा की परंतु थोड़ी सी बातों के बाद किसी दूसरी बात का जिक्र शुरू हो जाता है ऐसा महसूस किया। इसलिए स्वयं ही कुछ प्रश्नों का उत्तर देने की कोशिश की है उम्मीद है मेरी कोशिश आपको पसंद आएगी।
Bima kya hai|What is insurance|बीमा से क्या तात्पर्य है|बीमा के उद्देश्य|बीमा के लाभ
बीमा का परिचय|Introduction of Insurance
मनुष्य जीवन और मनुष्य का भविष्य अनिश्चितताओं से भरा हुआ है। यह आप मानते ही हैं। आने वाला कल कैसा होगा? क्या लेकर आएगा शायद ही कोई जानता हो? जीवन और संपत्ति को जोखिम की स्थिति में संरक्षण प्रदान करने के लिए निश्चित अथवा अकस्मात रूप में आए जोखिम को आपस में बांटने के उद्देश्य से बीमा की अवधारणा का जन्म हुआ है।
बीमा का इतिहास|History of insurance
पुराने समय की बात करें तो समुद्री मार्ग से व्यापार करने वाले व्यापारियों को अक्सर जान माल का जोखिम उठाना पड़ता था। इस जोखिम को आपस में बांटने के उद्देश्य से लॉयड के कॉफी हाउस में इन व्यापारियों ने बीमा की अवधारणा (accreditation or idea) को जन्म दिया। जीवन और संपत्ति को जोखिम की स्थिति मैं संरक्षण प्रदान करने के लिए वर्ष 1583 में इंग्लैंड में व्यापारियों ने बीमा पॉलिसी का शुभारंभ किया।
भारत में बीमा व्यवसाय को प्रारंभ करने के लिए 19वीं शताब्दी के आरंभ में अंग्रेजों ने भारत में अपनी जोखिम की स्थिति में संरक्षण के लिए द यूरोपियन और द अल्बर्ट नामक बीमा कंपनियों की स्थापना की। सन 1870 में पहली भारतीय बीमा कंपनी द बॉम्बे म्युचुअल इंश्योरेंस सोसायटी लिमिटेड की स्थापना की गई।
सन 1956 में भारत में जीवन बीमा व्यवसाय का राष्ट्रीयकरण किया गया। वर्ष 1956 के सितंबर माह की 1 तारीख को भारतीय जीवन बीमा निगम की स्थापना संसदीय अधिनियम के तहत हुई।
बीमा के उद्देश्य|Purpose of insurance hindi
जीवन बीमा निगम की स्थापना का प्रमुख उद्देश्य निवेशकों की पूंजी को राष्ट्रीय हितों और आकर्षक वापसी के दायित्व को ध्यान में रखते हुए सर्वोत्तम लाभकारी योजनाओं में लगाते हुए बीमित व्यक्तियों के न्यास धारियों (Trust Holders) की भांति कार्य करना है। जीवन बीमा के द्वारा संपूर्ण समुदाय की विभिन्न आवश्यकताओं को पूर्ण करना भी जीवन बीमा निगम का एक प्रमुख उद्देश्य था।
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अभिप्राय यह है कि जीवन बीमा निगम पर बीमित व्यक्ति को पूर्णत भरोसा होना चाहिए कि उसका प्रीमियम द्वारा जमा किया गया धन सुरक्षित और योजनाओं में लगकर बढ़ोत्तरी की ओर अग्रसर है।
बीमा क्या है|What is insurance
बीमा से क्या तात्पर्य है? चलिए इसे स्पष्ट करते हैं - बीमा बीमित व्यक्ति एवं बीमाकर्ता (बीमा कंपनी) के बीच एक ऐसा अनुबंध (contract) है जिसके अनुसार अनुबंध की अवधि के दौरान किसी आकस्मिक दुर्घटना के घटित होने पर अनुबंध की शर्तों के अनुसार बीमाकर्ता बीमित व्यक्ति को या उसके हिताधिकारी को एक निर्धारित राशि देने के लिए बाध्य होता है।
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बीमा पॉलिसी लेना आपके लिए तब और भी आवश्यक हो जाता है, जब आप परिवार के प्रमुख जीविकोपार्जन सदस्य हैं। किसी आकस्मिक दुर्घटना के कारण मृत्यु अथवा अपंगता होने की स्थिति में आपका बीमा आपके परिवार को आर्थिक संरक्षण प्रदान करता है जब आर्थिक सहायता की सबसे अधिक आवश्यकता होती है। जीवन बीमा कंपनियां अनेकों ऐसी योजनाएं ला रही है जो आपके जीवन को संरक्षण प्रदान करने के साथ-साथ आपकी संपत्ति में भी वृद्धि करती हैं।
बीमा क्यों आवश्यक है?|Why is insurance necessary?
जीवन में आने वाले उतार-चढ़ाव मसलन व्यापार में नुकसान आग या अन्य किसी दुर्घटना में होने वाली धन हानि से व्यक्ति की जीवन चर्या का अस्त-व्यस्त हो जाना बड़ी बात नहीं है। और ऐसी परिस्थिति में किसी भी व्यक्ति की क्रियाएं असंतुलित हो जाती हैं। अब अपने जीवन को नए सिरे से आरंभ करने हेतु या तो व्यक्ति कर्ज लेता है या स्वयं को परिस्थितियों के सहारे छोड़ देता है। परंतु यदि आपने अपनी संपत्ति का या अपना बीमा कराया हुआ है तो बीमा कंपनी आपकी क्षतिपूर्ति कर देती है। और आप इस आकस्मिक आपदा से मुक्ति पा सकते हैं।
बीमा का तात्पर्य यह भी है कि जब आप अपना बीमा करवाते हैं तो आप अपनी उपार्जन क्षमता का बीमा भी करवा रहे हैं। इससे अचानक आपके लिए जीवन संकट की स्थिति उत्पन्न होने पर भी आपका परिवार आर्थिक कठिनाइयों से मुक्त रहकर सामान्य स्थिति में जीवन यापन करता रहेगा।
बीमा की विशेषताएं|Qualities of insurance
सामाजिक सुरक्षा का एक साधन है बीमा|Insurance is a means of social security
परिस्थितियों को बदलने में समय नहीं लगता किसी भी परिवार के मुखिया की मृत्यु होने पर परिवार की आय का साधन समाप्त हो जाता है। ऐसी स्थिति में जीवन बीमा विपरीत आर्थिक परिस्थितियों से उबरने में परिवार की सहायता करता है। समाज के आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्तियों के लिए राज्य सरकारों ने भी कुछ सामाजिक सुरक्षा की योजनाएं बनाई हैं।
ऐसी योजनाओं के लिए भारत की सबसे बड़ी बीमा कंपनी जीवन बीमा निगम को निधि निर्माण का निर्देश दिया गया है। इन योजनाओं में काम का अधिकार शिक्षा का अधिकार एवं बेरोजगारी वृद्धावस्था बीमारी एवं अपंगता की स्थिति में आम जनता को सहायता देने का प्रावधान है। जीवन बीमा की प्रक्रिया के माध्यम से प्रदेश इन योजनाओं को प्रभावी ढंग से कार्य रूप देने में तत्पर हैं।
बीमा की आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका|Important role of insurance in economic development
जीवन बीमा जहां सार्वजनिक क्षेत्रों में लोगों को बचत के लिए उत्साहित करता है वही इस प्रकार की बचत द्वारा जो निधि निर्माण होता है उसका उपयोग आर्थिक वृद्धि के लिए निवेश में किया जाता है और सभी जानते हैं कि आर्थिक विकास के लिए यह अत्यंत आवश्यक है।
आकस्मिक दुर्घटनाओं जैसे आग लगने पर या अभी यांत्रिक जोखिम के कारण जो नुकसान होता है उससे व्यापारिक इकाई लगभग समाप्त हो जाती है। ऐसी परिस्थिति में यदि बीमा होगा तो बीमा कंपनी उसकी क्षतिपूर्ति करके व्यापारिक इकाई को फिर से जागृत करने में सहायता करती है। इस प्रकार जीवन बीमा निगम (LIC) का देश के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान है।
बीमा के लाभ|Advatages of Insurance
हो सकता है बचत करने के बारे में अब आप कहेंगे की सार्वजनिक क्षेत्र में जीवन बीमा के अतिरिक्त भी बचत के अन्य साधन है, तो बीमा ही क्यों? परंतु स्मरण कीजिए की इस प्रकार की बचत जोखिम में संरक्षण प्रदान नहीं करती है यदि अचानक परिवार के प्रमुख जीविकोपार्जन के लिए अपंगता अथवा मृत्यु जैसी आपदा आती है तो साधारण संसाधनों से की गई बचत से आपको केवल बचत में की गई राशि ही प्राप्त होगी। परंतु यदि जीवन बीमा में बीमित व्यक्ति कुछ प्रीमियम ही जमा कर पाए हैं तब भी उसे बीमा की वह संपूर्ण राशि प्राप्त होगी, जो कि उसे बीमा अवधि की समाप्ति पर प्राप्त होने वाली थी।
जीवन बीमा में आप अपनी पॉलिसी का नामांकन समनुदेशन कर सकते हैं। जिससे कि आपकी अनुपस्थिति में दावे के समय पॉलिसी राशि का भुगतान आपके द्वारा नामांकित या समनुदेशित व्यक्ति को आसानी से किया जा सकता है। इस प्रकार से आप अपनी पॉलिसी राशि को अपनी इच्छा अनुसार अपने हिताधिकारियों में व्यवस्थित कर सकते हैं।
समनुदेशन(Assignment) के द्वारा आप अपनी पॉलिसी राशि को लेनदारो से भी सुरक्षित रख सकते हैं। सबसे अधिक वांछनीय कि प्रीमियम देने पर या पॉलिसी से प्राप्त होने वाली राशि पर आयकर से मुक्त होते हैं। इसके अलावा कभी आपके सामने यदि आर्थिक संकट उत्पन्न होता है तो आप जीवन बीमा निगम की शर्तों के आधार पर ऋण भी प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही बीमा अवधि के दौरान कभी भी यदि आपको लगता है कि आप प्रीमियम भुगतान नहीं कर सकते हैं, तो आप अपना नगदधन वापसी के लिए पॉलिसी का समर्पण कर सकते हैं।
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बीमा क्या है से संबधित FAQ
1. जीवन बीमा किस प्रकार की बचत योजनाएं प्रदान करता है?
जीवन बीमा जिसमे आप बचत के साथ साथ जोखिम का संरक्षण भी प्राप्त करते हैं।
2. क्या बीमा देश के आर्थिक विकास में सहायक होता है?
बीमा देश के आर्थिक विकास में महत्पूर्ण भूमिका अदा करता है।
3. बीमा व्यवसाय को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य क्या था?
बीमा व्यवसाय को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य जोखिम से होने वाली क्षति को आपस में बांटना था।
4. बीमा कैसे काम करता है?|बीमा की कार्य विधि क्या है?
बीमा कैसे काम करता है इस प्रश्न के उत्तर स्वरूप - एक ही प्रकार के जोखिम का सामना करने वाले व्यक्तियों को साथ लाकर निधि तैयार करना और उनकी क्षतिपूर्ति करना।
5. बीमा क्या है? एक पंक्ति में बताएं।
बीमाकर्ता और बीमित के बीच अनुबंध (contract) अथवा करार।
बीमा क्या है? लेख पढ़ने के उपरांत क्या हम उम्मीद कर सकते हैं कि हम आपकी उलझन कि bima kya hai को बहुत हद तक सुलझाने में मदद कर पाएं हैं। बताइएगा जरूर, कुछ भी और जानकारी पाने के लिए आप सवाल कर सकते हैं। हम आपके प्रश्नों का उत्तर देने सदैव तत्पर हैं। धन्यवाद।
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