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What Full Form Of IAS Full information Hindi me IAS pura name

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रविवार, 11 अक्तूबर 2020

What Full Form Of IAS Full information Hindi me IAS pura name

Full Form Of IAS in hindi को हम भारतीय प्रशासनिक सेवा कहते हैं। IAS भारतीय प्रशासनिक सेवा जो भारत सरकार द्वारा नियुक्त अखिल भारतीय सेवाओं का एक अंग है इसके जो भी अधिकारी होते हैं, वह अखिल भारतीय सेवा के ही अधिकारी होते हैं। 

संघ लोक सेवा आयोग UPSC द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा Civil Service Exam (CSE) के माध्यम से भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय पुलिस सेवा कि सीधी भर्ती  की जाती है। चुने हुए उपयुक्त उम्मीदवारों को भारत सरकार द्वारा राज्यों को आवंटित कर दिए जाते हैं।  

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IAS ka Full form in english|Is ka Full Form|IAS को हिंदी में क्या कहते हैं|IAS कौन होते हैं

IAS Full Form (संपूर्ण रुप)

  • Indian (भारतीय)
  • Administrative (प्रशासनिक)
  • Service (सेवा)

आखिल भारतीय सेवाएं क्या हैं?  

भारत सरकार द्वारा नियुक्त तीन सेवाओं को संयुक्त रूप से दिए गए नाम को अखिल भारतीय सेवाएं कहते हैं या इन्हें ही यह नाम दिया गया है। यह तीन सेवाएं निम्नलिखित हैं। उन्हे इनके शॉर्ट नाम से आप जानते तो है, शायद full form भी जानते हों तो भी आप आपकी जानकारी को बूस्ट कर लीजिए।

IAS full form in Hindi Salary|IPS Full form in Hindi|IFS Full Form in Hindi

1. IAS अर्थात Indian Administrative Service (भारतीय प्रशासनिक सेवा)

2. IPS अर्थात Indian Police Service (भारतीय पुलिस सेवा)

3. IFS -अर्थात Indian Forest Service (भारतीय वन सेवा)

साथ ही साथ आपको बता दें कि भारतीय पुलिस सेवा (IPS आईपीएस) और भारतीय वन सेवा (आईएफएस / आईएफओएस) के साथ, आईएएस तीन अखिल भारतीय सेवाओं में से एक है। यह एक तरह से केंद्र सरकार और व्यक्तिगत राज्यों दोनों के द्वारा एक दूसरे को समेटते हुए नियोजित है।

IAS अधिकारियों की नियुक्ति कौन और कैसे होती हैं?

भारत के संविधान द्वारा स्थापित एक संवेधानिक निकाय UPSC (Union Public Service Commission) यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन जो भारत सरकार के लोक सेवा के पदाधिकारियों की नियुक्ति के लिए परीक्षाओं का संचालन करता है। भारतीय संविधान के अंतर्गत ही एक संघीय लोक सेवा आयोग राज्यों के लिए राज्य लोक सेवा आयोग के गठन का प्रावधान है। उन्हीं परीक्षाओं में से सिविल सेवा परीक्षा जो भारत की एक प्रतियोगी परीक्षा है, का आयोजन हर वर्ष UPSC करता है। 

NREGA Full Form in Hindi English 

सिविल सेवा परीक्षा  का शुल्क व योग्यता?

सिविल सेवा परीक्षा की मुख्य पात्रता भारतीय नागरिक होना, स्नातक की डिग्री आयु न्यूनतम इक्कीस (21) वर्ष और अधिकतम बत्तीस (32) वर्ष जो सामान्य वर्ग के लिए है। आयु सीमा गणना परीक्षा के वर्ष के एक अगस्त को पूरी होना चाहिए। आरक्षित वर्ग और रक्षा सेवाओं के लिए यह परिवर्तनीय है। जिनमें आरक्षित वर्ग को उपरी आयु में छूट का प्रावधान है, जो कुछ इस प्रकार है  पिछड़ा वर्ग को ऊपरी आयु सीमा में 3 वर्ष की छूट के साथ 35 वर्ष अनुसूचित जाति व जनजाति को 5 वर्ष यानी की 37 वर्ष निर्धारित की गई है। रक्षा सेवाओं के दौरान किसी गतिविधि में शारीरिक अपंगता होने पर आयु सीमा  में सात (7) वर्ष अर्थात उपरी आयु सीमा चालीस (40) वर्ष तक की छूट का प्रावधान है। 

आई ए एस (IAS) अधिकारी आवेदन शुल्क 

सिविल सेवा परीक्षा के लिए शुल्क महिला और अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति (SC/ST) एवं अपंगता के लिए कोई शुल्क नहीं है। और अन्य सभी वर्ग के लिए सौ रुपए (100/-) हैं। UPSC की वेबसाइट पर ही आवेदन ऑनलाइन किए जा सकते हैं।

 सिविल सेवा परीक्षा की भर्ती प्रक्रिया 

सिविल सेवा भर्ती की प्रक्रिया तीन स्तरों में होती है, जिनमें पहली प्रारंभिक परीक्षा, दूसरी मुख्य परीक्षा और तीसरा साक्षात्कार शामिल हैं।

IAS प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों की उपस्थिति:-

 केंद्रीय सरकार व राज्य सरकारों के सार्वजनिक क्षेत्र के जो भी उपक्रम होते हैं, उनमें रणनीतिक और बहुत ही महत्वपूर्ण ओहदो पर आई ए एस अधिकारी  तैनात होते होकर अपनी सेवाएं देते हैं। या कहें कार्य देख रेख करते हैं। 

सरकार के वेस्टमिंस्टर प्रणाली के बाद दूसरे देशों की तरह ही, भारत में नौकरशाही के रूप में प्रशासनिक सेवाएं भारत सरकार के कार्यकारी का एक महत्वपूर्ण और अविभाज्य, मतलब जिसे अलग न किया जा सकता हो वह अंग है, इसी कारण वश यह प्रशासन को अविरामता से और निरपेक्षता  (Neutrality-न्यूट्रैलिटी) प्रदान करता है।

आईएएस (IAS) अधिकारी कहां और कौन  होते हैं?

 IAS अधिकारी या कहें प्रशासन अधिकारी, उप कलेक्टर या मजिस्ट्रेट (फौजदारी अदालत के अफसर) के रूप में परिवीक्षा अर्थात किसी विशेष कार्य या पद के लिए किसी व्यक्ति को नियुक्त करने से पूर्व एक अवधि तक उपयुक्तता की परीक्षा करने की प्रक्रिया, प्रोबेशन के बाद सेवा की पुष्टि करने पर आईएएस प्रशासनिक अधिकारी को कुछ वर्ष की सेवा के पश्चात, जिला मजिस्ट्रेट और कलेक्टर (आम भाषा में डीसी) के रूप में जिले के प्रशासन को संभालने का आदेश दिया जाता है।

IAS full form in Hindi Salary|IAS की सैलरी 

एक IAS अधिकारी की सैलरी का पूर्णत ब्यौरा निश्चित रूप से जो आवेदन करने पर मिलने वाले दिशा निर्देश होते हैं, उसमे बता दी जाती है। आवेदन के लिए सार्वजनिक तौर पर किए गए विज्ञापन पर सभी जानकारी विस्तृत रूप में होती है। IAS की तैनाती पर जगह पर निर्भर करता है। IAS कहां किस क्षेत्र में अपनी सेवा देते हैं। वैसे आवेदन के अनुसार शुरुआत 56हजार से शुरू होती है।

👉IAS के बारे जानने योग्य

 ज्ञातव्य हो कि आमतौर पर कुछ राज्यों में सेवा के सोलह (16) वर्ष या अधिक की सेवा करने के बाद आईएएस अधिकारी मंडलायुक्त का कार्यभार भी संभालते हैं। आईएएस अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी द्विपक्षीय या बहुपक्षीय वार्ता में भारत सरकार का प्रतिनिधित्व करते हैं। 

आईएएस अधिकारियों की प्रतिनियुक्तियां भी होती हैं। आईएएस अधिकारी की प्रतिनियुक्ति पर वह विश्व बैंक, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष, एशियाई विकास बैंक और संयुक्त राष्ट्र अथवा उसकी अंतरसरकारी संगठन जैसी एजेंसियों में काम करते हैं। भारत में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए भारत के चुनाव आयोग की दिशा में भी प्रशासन के अनेक स्तरों पर आईएएस अधिकारी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

आईएएस (IAS) अधिकारी की जिम्मेदारियां कौन-कौन सी हैं?

एक आई ए एस अधिकारी के द्वारा किए गए कार्य हैं, कि जब क्षेत्रीय पदों पर तैनात किया जाता है तो उन्हें  कलेक्टर या मजिस्ट्रेट, अपर जिला अधिकारी या जिला अधिकारी, मंडलायुक्त जैसे क्षेत्रीय पदों पर आईएएस अधिकारी को नियुक्त किया जाता है, तो उनकी जिम्मेदारियों में, राजस्व के मामलों जैसे राजस्व एकत्रित करना, कोर्ट बनना, केंद्र सरकार व राज्य सरकार की नीतियों को जमीनी स्तर पर लागू करना शामिल हैं।

इसके अलावा व्यवस्था व कानून को बनाए रखना और जिस भी क्षेत्र में तैनाती है उस क्षेत्र में सरकार के एजेंट के रूप में काम करना अर्थात जनता और सरकार के बीच तालमेल व्यवस्था बनाए रखने हेतु मध्यवर्ती के रूप में कार्य करना। 

👉 IAS Full Form In Hindi me यह भी जानें- जिम्मेदारी भरा सेवा कार्य

साथ ही साथ दैनिक कार्यवाही को संभालते हुए संबंधित मंत्रालय या विभाग के मंत्री प्रभारी के परामर्श से नीति के निर्माण और कार्यन्वयन (किसी आदेश या प्रस्ताव आदि का कार्य रुप में परिणत किया जाना या अमल में लाना) सहित  कार्य मुख्य जिम्मेदारियों में शामिल हैं। 

इनके अलावा भी (IAS) प्रशासन अधिकारी और भी बहुत महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाते हैं। हमारे द्वारा यहां प्रस्तुत जानकारी आई ए एस (IAS) अफसर के बारे में संक्षिप्त विवरण दिया ही है, उम्मीद है आपको कुछ जानकारी मिली होगी, आपको पसन्द आये, तो कमेंट करके बताइएगा जरुर। धन्यवाद...।