Important geographical words detail meaning in hindi|महत्वपूर्ण भौगोलिक शब्दों के अर्थ विस्तार से
Important geographical words detail meaning in hindi से अभिप्राय उन शब्दों से है जो भूगोल विषय में पाए जाते हैं। जिन्हें पढ़ना तो आसान लगता है परंतु बिना उसके विस्तारित वर्णन के उनके अर्थ को समझ पाना बेहद कठिन होता है। उसी का समाधान हेतु Some Geographical words meaning with description आपके साथ साझा है।
Important Geographical words meaning विद्यार्थियों के लिए लाभकारी होंगे। भौगोलिक शब्द से पता चलता है कि आखिर यह शब्द कहां, किसके लिए और क्यों उपस्थित है।
Important geographical word meaning with description in hindi
चलिए Important geographical word को हिन्दी-अंग्रेजी में और साथ ही संक्षिप्त विवरण भी दिया है। साथ ही उदाहरण द्वारा समझाने की कोशिश की गई।
10 Important geographical word meaning detail in hindi
यहां प्रस्तुत geographical words मानव भूगोल - प्रकृति एवं विषय क्षेत्र से संबधित हैं। यदि आप विद्यार्थी हैं अथवा प्रतियोगी परीक्षाओं के विद्यार्थी हैं, तो ये geographical words बहुत काम के हैंं आपकी सफलता हेतू । 10 Geographical words को अर्थ के साथ संक्षिप्त विवरण-परिचय सहित प्रस्तुत किया गया है जन साधारण भी अपनी जानकारियों को विकसित कर सकते हैं।
- मानव भूगोल - Human Geography
- सामान्य भूगोल - General Geography
- प्रादेशिक भूगोल - Regional Geography
- विशिष्ट भूगोल - Special Geography
- क्रमबद्ध भूगोल - Systematic Geography
- निश्चयवाद - Determinism
- संभववाद - Polissiblism
- कार्य कारण संबंध - Cause and Effect Relationship
- अन्योन्यक्रिया - Interaction
- प्राकृतिककरण - Naturalization
मानव भूगोल|Human Geography meaning in Hindi
मानव भूगोल में प्रजाति से लेकर मानव द्वारा संचालित अनेकों संसाधनों का अध्ययन है। जिसमें कृषि भूगोल से आर्थिक भूगोल तक के अनेकों विषय सम्मिलित होते हैं।
मानव भूगोल के उदाहरण स्वरूप कृषि भूगोल जो मानव भूगोल की शाखा है। जिसमें समय समय पर कृषि की उपज के साथ जानवरों को पालतू बनाने की प्रक्रिया का अध्यन शामिल होता है।
सामान्य भूगोल - General Geography meaning with description
प्रादेशिक भूगोल| Meaning of Regional Geography
प्रादेशिक भूगोल में मुख्यत भू-पृष्ठ (धरती) पर विभिन्न प्राकृतिक प्रदेशों, मसलन मानसून प्रदेश, टुण्ड्रा प्रदेश आदि का भौगोलिक अध्ययन सम्मिलित है।
मानव भूगोल की प्रमुख शाखा है प्रादेशिक भूगोल। जिसमे संपूर्ण धरती के धरातल को वर्गीकृत कर, उसका अध्ययन किया जाता है। इस अध्ययन में धरातल के प्रदेश के विभाजन में उन बातों का ध्यान रखा जाता है, जो उन्हें एक दूसरे भिन्न बनाने हैं। यानी कि किसी प्रदेश को उसी के आधार पर विभक्त किया जाना।
उदाहरण के लिए हम अपने निवास को ही लेते हैं। जहां अलग अलग कमरे होते हैं, शयन कक्ष, रसोई, बाथरूम, बैठक आदि को उनकी विशेषता अनुसार हम अलग अलग नामों से पुकारते हैं। वैसे संपूर्ण धरातल मे टुण्ड्रा प्रदेश, मानसून प्रदेश आदि का अध्ययन शामिल है। रोचक तथ्य वाली पोस्ट भी देखें।
विशिष्ट भूगोल|Special Geography meaning kya hai
क्रमबद्ध भूगोल|What is Systematic Geography
क्रमबद्ध भूगोल में किसी घटक, मसलन जलवायु, मिट्टी, प्राकृतिक वनस्पति या वर्षा की मात्रा के आधार पर विभिन्न प्रकार और उप - प्रकार निर्धारित किए जाते हैं।
क्रमबद्ध भूगोल में किसी एक विशिष्ट भौगोलिक तत्त्व का अध्ययन होता है, जो अध्ययन का एकाकी रूप प्रस्तुत करता है।
क्रमबद्ध भूगोल में किसी तत्त्व विशेष के क्षेत्रीय वितरण, उसके कारणों और प्रभावों की समीक्षा होती है।
निश्चयवाद Geography word Determinism meaning in hindi with definition
निश्चयवाद मानव शक्तियों की अपेक्षा प्राकृतिक शक्तियों की प्रधानता स्वीकार करने वाला दर्शन (विशेष सिद्धांत) है। इसी सिद्धांत के अनुसार मानव जीवन और उसके व्यवहार को विशेष रूप से भौतिक वातावरण के तत्व प्रभावित तो करते ही हैं, यहां तक कि निर्धारित भी करते हैं।
निश्चयवाद एक जर्मन विचारधारा है, रेटजेल, हम्बोल्ट व हंटिंगटन इसके समर्थक हैं। जिनका स्पष्ट मत है कि मनुष्य के सभी कार्य पर्यावरण के द्वारा निर्धारित होते हैं।
सही भी है! क्योंकि रबी की फसल की जगह खरीफ फसल की पैदावार कहां तक संभव है?
sambhavwad (संभववाद) ki dharna ka arth bataiye
संभववाद जिसे फ्रांसीसी विचारधारा से भी जाना जाता है। संभववाद विचारधारा शब्द का सबसे पहले प्रयोग फ्रैबवे ने किया था जो संभववाद विचारधारा के प्रमुख प्रतिपादक (किसी मत को स्थापित करने वाला) पॉल विडाल-डी-ला ब्लाश के दृष्टिकोण पर आधारित था। ब्लॉश के पश्चात अन्य भूगोलवेत्ताओं ने भी इस विचार धारा के विकास में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया।
संभववाद विचारधारा के अनुसार प्रकृति के द्वारा कुछ संभावनाएं प्रस्तुत की जाती हैं, जिनके अंदर मानव की छांट (चुनना या चुनकर) द्वारा किसी क्षेत्र के साथ मानव समाज अपना सामंजस्य स्थापित करता है। किसी प्रदेश की स्थिति और जलवायु से अधिक महत्वपूर्ण मानव होता है और मानव प्रकृति द्वारा प्रस्तुत की गई संभावनाओं का स्वामी होता है तथा उनके प्रयोग का निर्णायक भी होता है।
संभाववाद विचारधारा, नियतिवाद विचारधारा के विपरीत है। जहां नियतिवाद कहता है कि मानव को प्रकृति के अनुसार स्वयं को ढालना है वहीं दूसरी ओर संभववाद कहता है कि मानव अपने अनुसार वातावरण को बदलने कि क्षमता रखता है क्योंकि वह प्रकृति का स्वामी है। प्रेरणा हेतु quotes देखें।
👉यहां यदि मेरे विचार प्रस्तुत करूं तो मैं पूर्णत नियतिवाद के समर्थन में हूं। लेकिन संभववाद से भी इंकार नहीं करता। वो इसलिए कि संभववाद संभव है। हम वातावरण बदल सकते हैं परंतु वह स्थाई नहीं होगा। संभववाद विचारधारा मियादी होगी और नियतिवाद सर्वेसर्वा जिसका शायद ही अंत हो। आपको क्या लगता है कमेंट में बताइएगा जरूर। इसके अलावा बीमा की जानकारी पाइए।
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